बच्चों का अपहरण करने वाले गैंग का पर्दाफाश, ऐसे करते थे मासूमों का शिकार, गर्मियों की छुट्टियों में रहें सावधान!
गर्मियों की छुट्टियां शुरू होने वाली हैं। ऐसे में जरूरत ही कि आप अपने बच्चों का ख्याल रखें। क्योंकि शहरों में कई ऐसे गैंग सक्रिय हैं, जिनकी नजर आपके बच्चों पर हो सकती हैं।
हैदराबाद में ऐसे ही एक गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है, जो बच्चों का अपहरण किया करते थे। पुलिस ने गैंग की 4 महिलाओं समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। गैंग के सदस्य बेहद शातिर हैं। ये मासूम बच्चों और बच्चियों का अपहरण कर ऐसे दंपति को बेच दिया करते थे, जिनका बच्चा नहीं होता था। पुलिस ने इनके कब्जे से तीन मसूम बच्चों को भी छुड़ाया है।
खबरों के मुताबिक, इस गैंग ने हैदरबाद के अलावा देश के दूसरे शहरों में भी अपना जाल बिछा रखा था। इस गैंग में महिलाएं बहद अहम भूमिका निभाती थीं। बच्चों के अपहरण के बाद जब तक उनका सौदा नहीं हो जाता था, तब तक महिलाएं बच्चों का ध्यान रखती थीं। जैसे ही बच्चों का सौदा हो जाता वो तुरंत बच्चों को ग्रांहक के हवाले कर देते थे और दूसरे बच्चे के शिकार में जुट जाते थे। फिलहाल पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही हैं। पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकेत हैं।
Hyderabad: Police rescued three infants and busted a kidnapping gang yesterday. The gang used to kidnap children and sell them to couples who had no children of their own. pic.twitter.com/q1VsA6vmIT
— ANI (@ANI) April 25, 2019
शहरों से बच्चों के गायब होने जो आंकड़े हैं वे बेहद डरावने हैं। ‘लाइव हिंदुस्तान’ वेबसाइट पर छपी एक रिपोर्ट के मुतबाकि, अलायंस फॉर पीपुल्स राइट्स और गैर सरकारी संगठन चाइल्ड राइट्स एंड यू द्वारा किये गए एक अध्ययन में कहा गया कि दिल्ली में लापता बच्चे 2018 के मुताबिक, पिछले 5 साल में दिल्ली में 26,761 बच्चे लापता हो गए। इनमें से 9,727 बच्चों का ही पता चल सका।
दिल्ली में लापता होने वाले हर 10 बच्चों में 6 का पता नहीं चल पाता। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों और पुलिस से आरटीआई के तहत मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली में 63 फीसदी लापता बच्चों का पता नहीं चल पता है। ये आंकड़ा बाकी देशों के 30 फीसदी आंकड़े से दोगुना है।