जावेद अख्तर को करणी सेना ने क्यों दी घर में घुसकर मारने की धमकी?
गीतकार जावेद अख्तर को करणी सेना ने उनके घूंघट पर दिए बयान को लेकर धमकी दी है। करणी सेना ने कहा कि जावेद अख्तर ने माफी नहीं मांगी तो घर में घुसकर मारेंगे।
गीतकार जावेद अख्तर अपनी मुखर आवाज के लिए जाने जाते हैं। हर मुद्दे पर वो बेबाकी से अपनी राय रखते हैं। कई बार अपनी इसी बेबाकी के वजह से कुछ लोगों के निशाने पर आ जाते हैं। बुर्के पर दिए बयान को लेकर करणी सेना ने उन्हें धमका दी है। महाराष्ट्र में करणी सेना के प्रमुख सोलंकी ने एक वीडियो जारी कर उन्हें धमकी दी है। इस वीडियो में सोलंकी कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि जावेद अख्तर को अपनी मर्यादा समझनी चाहिए। राजस्थान जैसे प्रदेश की संस्कृति पर उंगली ना उठाएं। उन्होंने धमकी दी कि अगर जावेद अख्तर ने तीन दिन में माफी नहीं मांगी तो करणी सेना के विरोध को तैयार रहें। अगर राजस्थान की संस्कृति पर किसी ने उंगली उठाई तो करणी सेना उसकी आंख निकाल लेने की हिम्मत रखती है। करणी सेना ने माफी नहीं मांगने पर जावेद अख्तर को घर में घुसकर मारने की धमकी दी है।
.@KarniSenaDelhi threatens @Javedakhtarjadu for his 'ghunghat ban' comment@shree_karnisena | @AzmiShabana pic.twitter.com/ecKKvANctZ
— SpotboyE (@Spotboye) May 3, 2019
आपको बता दें कि भोपाल में एक इवेंट के दौरान जावेद अख्तर ने बुर्के पर बैन लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भारत में अगर बुर्के पर प्रतिबंधन लगता है तो घूंघट पर भी बैन लगे। दरअसल उन्होंने श्रीलंका में बुर्के पर बैन को लेकर ये बात कही थी। उन्होंने कहा था, ”श्रीलंका में बुर्के पर प्रतिबंध नहीं लगा, बल्कि चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगा है। देश में अगर बुर्के पर प्रतिबंध लगता है तो केंद्र सरकार राजस्थान में मतदान से पहले घूंघट पर प्रतिबंध लगाए। मुझे खुशी होगी अगर घूंघट और बुर्का दोनों ही नहीं होंगे।”
Some people are trying to distort my statement . I have said that may be in Sri Lanka it is done for security reasons but actually it is required for women empowerment . covering the face should be stopped whether naqab or ghoonghat .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) May 3, 2019
हालांकि बाद ने उन्होंने इस पूरे मामले में सफाई दी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘’कुछ लोगों ने मेरे बयान तोड़-मरोड़ कर पेश किया। मेरे कहने का मतलब था कि हो सकता है कि श्रीलंका में सुरक्षा के नजरिये से बुर्के पर बैन लगाया गया हो, लेकिन मेरा मानना है कि महिला शस्कितकरण के लिए लुए बुर्के या घूंघट पर रोक होनी चाहिए।