ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी: किस कंपनी की सेल कितने फीसदी गिर गई?
देश को आर्थिक मंदी से बचाने के लिए सरकार हर मुमकिन कोशश कर रही है, लेकिन फिलहाल अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटती नहीं दिख रही है। सबसे बुरा हाल ऑटोमोबाइल सेक्टर का है।
गाड़ियों की मांग लगातार गिर रही है। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी की सेल भारत में अगस्त महीने में 32.7 फीसदी तक गिर गई है। पिछले महीने मारुति की सिर्फ 1,06,413 इतनी कारों की ही बिक्री हुई। अगस्त 2018 में कंपनी की बिक्री 1,58,189 इकाई रही थी। वहीं जुलाई में कारों की बिक्री में 36 फीसदी की गिरावट देखी गई थी।
कंपनी की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि अगस्त में उसकी घरेलू बाजार में बिक्री 34.3 फीसदी घट गई है। मारुति की छोटी कारों जैसे कि ऑल्टो और वैगन आर की बिक्री इस दौरान 71.8 फीसद घटकर 10,123 वाहन रह गई। एक साल पहले इसी महीने में यह आंकड़ा 35,895 इकाई का था। बात कॉम्पैक्ट सेक्शन की करें तो कंपनी की बिक्री 23.9 फीसद घटकर 54,274 इकाई रह गई, जो अगस्त, 2018 में 71,364 इकाई थी। इस सेक्शन में कंपनी की स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजाइर गाड़ियां आती हैं। सबसे ज्यादा गिरावट मीडिम कारों की बिक्री में देखी गई है। सियाज की बिक्री भारी गिरावट के साथ 1,596 इकाई पर आ गई। पिछले साल इसी महीने में इसकी बिक्री 7,002 इकाई रही थी।
महिंद्रा और महिंद्रा की कारों की बिक्री घटी
मारुति की तरह ही दूसरी कंपनी की कारों की सेल में भी भारी गिरावट देखी गई है। महिंद्रा एंड महिंद्रा की कुल बिक्री अगस्त में 25 फीसद गिरकर 36,085 वाहन रही। पिछले साल अगस्त में ही कंपनी ने 48,324 गाड़ियां बेची थी। कंपनी की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि अगस्त में उसकी घरेलू बिक्री 26 फीसद गिरकर 33,564 वाहन रही, जो पिछले साल इसी महीने में 45,373 वाहन थी। मंदी की वजह से कंपनी के निर्यात पर भी फर्क पड़ा है। कंपनी का निर्यात 15 फीसद घटकर 2,521 वाहन रह गया, जो इससे पिछले साल इसी माह में 2,951 वाहन था।
होंडा का क्या हाल है?
होंडी की कारों में भी गिरावट देखी गई है। होंडा कार्स इंडिया लि. की घरेलू बिक्री अगस्त महीने में 51.28 फीसदी घटकर 8,291 इकाई रह गई है। जो एक साल पहले इसी महीने में 17,020 इकाई थी। कंपनी के बड़े अधिकारी ने कहा है कि ये हाल तब है जब कारों में भारी छूट दी जा रही है और ये कार खरीदने का सबसे बेहतर वक्त है।