JNU नारेबाजी केस: चार्जशीट दाखिल होने पर कन्हैया कुमार ने पीएम मोदी का क्यों किया धन्यवाद?
जेएनयू में देशद्रोही नारे लगाने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार, उमर खालिद समेत 10 आरोपियों को खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। कोर्ट मंगलवार को फैसला करेगा।
साल 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे JNU छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार की मुश्किलें बढ़ने वाली है। जेएनयू में देशद्रोही नारे लगाने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार, उमर खालिद समेत 10 आरोपियों को खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दिया है। पटियाला हाऊस कोर्ट में दाखिल 1200 पन्नों की इस चार्जशीट में कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य, आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, मुनीब हुसैन, उमर गुल, राईए रसूल, बशीर भत, शेहला रशीद, अपराजिता राजा समेत कई लोगों के नाम हैं। इन पर IPC की धारा 124A, 147, 149 और 120B के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
Delhi: Police reaches Patiala House Court to file 1200-page chargesheet in 2016 JNU sedition case. pic.twitter.com/zN8H10Yr3J
— ANI (@ANI) January 14, 2019
देश विरोधी नारे लगाने के करीब तीन साल बाद इस मामले में दाखिल चार्जशीट में कहा गया है कि जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में देश विरोधी नारे सात कश्मीरी छात्रों ने लगाए थे। चार्जशीट में ये भी कहा गया है कि उमर खालिद इस आरोपियों के संपर्क में था और उसे कैंपस में आयोजित कार्यक्रम में भी बुलाया गया था।
दिल्ली पुलिस ने जो चार्जशीट दाखिल की है उसके कॉलम 12 में 36 आरोपियों के नाम हैं। जिसमें छात्रसंघ की नेता शेहला रशीदका भी नाम है। कन्हैया कुमार के खिलाफ नारे लगाने का कोई सबूत नहीं है लेकिन उन पर नारे लगाने वालों का समर्थन करने का आरोप है।
कन्हैया कुमार ने क्या कहा?
कन्हैया कुमार समेत दूसरे आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कन्हैया कुमार ने खुद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली पुलिस का शुक्रिया अदा किया है। कन्हैया कुमार ने कहा कि इस मामले में सनी देओल की फिल्म की तरह तारीख पर तारीख न दी जाए, बल्कि स्पीडी ट्रायल चलाया जाए और फैसला सुनाया जाए।
Kanhaiya Kumar, former JNU president: If the news is true that a chargesheet has been filed, I would like to thank police and Modi Ji. The filing of chargesheet after 3 years, ahead of elections clearly shows it to be politically motivated. I trust the judiciary of my country. pic.twitter.com/eGVy40SYDT
— ANI (@ANI) January 14, 2019
क्या है पूरा मामला?
आरोप है कि JNU में 9 फरवरी 2016 को लेफ्ट के छात्रों ने संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरु की याद में एक प्रोग्राम किया था। इसे कल्चरल इवेंट का नाम दिया गया था। शाम 5 बजे उसी प्रोग्राम में कुछ लोगों ने देशविरोधी नारेबाजी की थी। 10 फरवरी को नारेबाजी का वीडियो सामने आया। जिसके बाद पूरे देश में इसको लेकर जमकर हंगामा हआ। दिल्ली पुलिस ने 12 फरवरी को नारेबाजी के आरोप में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में कन्हैया, खालिद और भट्टाचार्य को गिरफ्तार भी किया गया था, हालांकि बाद में सभी को जमानत मिल गई थी।