महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज, सोनिया गांधी से मिले पार्टी के वरिष्ठ नेता, शिवसेना को समर्थन देगी कांग्रेस?
महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी में तल्खी के बीच दिल्ली में महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बलासाहेब थोराट, पूर्व सीएम अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण ने दिल्ली में सोनिया गांधी के आवास पर मुलाकात की। बताया जा रहा है कि इस दौरान इन नेताओं ने महाराष्ट्र के मौजूदा सियासी हलचल को लेकर चर्चा की। सोनिया गांधी से मुलाकात करने से पहले मुंबई में इन तीनों नेताओं ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से भी मुलाकात की। ऐसी खबरें हैं की कांग्रेस का एक धड़ा शिवसेना को समर्थन करने की बात कह रहा है।
उधर, शिवसेना सीएम पद समेत 50-50 फॉर्मूले पर अड़ी हुई है। शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने भी गुरुवार को एनसीपी अध्यक्ष से मुलाकात की थी। शरद पवार से मुलाकात के बाद उन्होंने सियासी हलचल को ये कहते हुए और बढ़ा दिया कि उनके और पवार के बीच महाराष्ट्र की मौजूद राजनीति पर चर्चा हुई है।
शिवसेना ने बीजेपी से दो टूक कह दिया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान उद्धव ठाकरे के घर पर हुई बैठक में अमित शाह ने 50-50 फॉर्मूले पर हामी भरी थी। ऐसे में उस फॉर्मूले को लागू करने का वक्त आ गया है। शिवसेना के मुताबिक, 50-50 फॉर्मूले के तहत कैबिनेट में उसके 50 प्रतिशत हिस्सेदारी होनी चाहिए। इसके साथ ही दोनों ही पार्टियों का मुख्यमंत्री ढाई-ढाई साल होना चाहिए। शुक्रवार को संजय राउत ने फिर बयान दिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 50-50 फॉर्मूला चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि जनता चाहती है कि शिवसेना से मुख्यमंत्री हो। उन्होंने ये भी कहा कि सरकार गठन को लेकर बीजेपी से कोई बात नहीं हो रही है।
खबरों के मुताबिक, बीजेपी 50-50 फॉर्मूले पर राजी नही हो रही है। कहा जा रहा है कि शिवसेना को उप-मुख्यमंत्री पद के साथ मंत्रिमंडल में 13 मंत्रियों का प्रस्ताव दे चुकी है, जिस पर शिवसेना की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। खबरों के मुताबिक, बीजेपी ने इस प्रस्ताव के साथ 1 नवंबर की रात तक शिवसेना को जवाब देने का अल्टीमेटम दिया है। साथ ये भी ही साफ कर दिया है कि शिवसेना की तरफ से जवाब न आने पर पार्टी दूसरे विकल्पों पर विचार करेगी।