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महाराष्ट्र: शिवसेना का बड़ा बयान, कहा- उसे 170 विधायकों का है समर्थन, NCP-कांग्रेस का मिल गया साथ?

महाराष्ट्र में किसकी सरकार बनाने जा रही है फिलहाल इसकी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। लेकिन जिस तरह के बयान सामने आ रहे हैं उससे कई संकेत मिल रहे हैं।

मुंबई में एनसपी अध्यक्ष शरद पवार ने अपने विधायकों के साथ रविवार को बैठक की। बैठक के कुछ ही देर बाद एनसीपी नेता अजित पवार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिवसेना के नेता संजय राउत का उन्हें मैसेज आया था, लेकिन मीटिंग में होने की वजह से वह जवाब नहीं दे पाए। उन्होंने ये भी कहा कि चुनावों के बाद ये पहली बार है जब संजय राउत ने उन्हें संपर्क किया। पवार ने कहा कि मुझे नहीं पता कि उन्होंने मुझे क्यों मैसेज किया, मैं थोड़ी देर में उन्हें फोन करूंगा। गौर करने वाली बात ये है कि इससे पहले संजय राउत, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात कर चुके हैं।

महाराष्ट्र में बीजेपी द्वारा 50-50 फॉर्मूला लागू नहीं करने से नाराज शिवसेना लगातार यह संकेत दे रही है कि वह कंग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रही है। हालांकि उसने खुलकर अभी नाम नहीं लिया है। रविवार को एक बार फिर शिवसेना नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि शिवसेना को 170 से ज्यादा विधयकों का समर्थन है। यही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि यह समर्थन 175 तक जा सकता है। 288 सीटों वाले महाराष्ट्र विधानसभा में सरकार बनाने के लिए सिर्फ 145 विधायकों की जरूरत है। ऐसे में संजय राउत ने यह कहकर कि उनकी पार्टी को 170 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है, अटकलें और तेज कर दी हैं।

शिवसेना अगर बीजेपी को समर्थन नहीं दे रही है तो संजय राउत के बयान का एक ही मतलब हो सकता है और वो ये कि उनकी पार्टी को दूसरी पार्टियों का समर्थन मिल गया है। सवाल ये कि क्या एनसीपी और कांग्रेस, शिवसेना को समर्थन करने जा रही हैं। फिलहाल संजय राउत के बयान से तो ऐसा ही लगता है।

संजय राउत के बहुमत वाले दावे पर गौर करें तो शिवसेना के पास 56 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 44 और एनसीपी के पास 54 सीटें हैं। अगर तीनों दलों की सीटों को मिला दिया जाए तो 154 का आंकड़ा पहुंच जाएगा। निर्दलीय और अन्य  विधायकों को इसमें जोड़ दिया जाए तो ये आंकड़ा 170 के पार पहुंच जाएगा। संजय राउत के बहुमत वाले दावे से इन्हीं बातों का संकेत मिल रहे हैं।

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