‘मिशन शक्ति’ से पाकिस्तान में खलबली, चीन में भी बेचैनी
हिंदुस्तान ने बुधवार को वो कारनामा कर दिखाया जो अब से पहले सिर्फ अमेरिका, रूस और चीन ने किया था। इंडिया के एक एंटी-सैटेलाइट मिसाइल ने स्पेस में दूसरे सैटेलाइट को मार गिराया है।
ए-सैट ने 300 किलोमीटर दूर अपने निशाना बनाया और सिर्फ तीन मिनट में उसे मार गिराया। इस कामयाबी के साथ ही भारत चौथी अंतरिक्ष महाशक्ति बन गया है। वैज्ञानिकों की तरफ से जिस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है वह पृथ्वी के निचली कक्षा यानि लो अर्थ ऑर्बिट में किया गया है। इस कामयाबी के बाद देश में खुशी है।
#WATCH Visuals from the launch of the anti satellite missile used in #MissionShakti #ASAT pic.twitter.com/IEIhtHpPgs
— ANI (@ANI) March 27, 2019
पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन में DRDO की इस कामयाबी की जानकारी दी। पीएम ने कहा, ”भारत ने अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति के रूप में दर्ज करा दिया है। भारत ने ये कारनामा करके किसी भी अंतरर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं किया है। भारत ने आज एक अभूतपूर्व सिद्धि हासिल की है।”
#WATCH PM Modi says, "India has entered its name as an elite space power. An anti-satellite weapon A-SAT, successfully targeted a live satellite on a low earth orbit." pic.twitter.com/zEnlyjyBcA
— ANI (@ANI) March 27, 2019
डरा पाकिस्तान, बौखलाया चीन
भारत की इस कामयाबी के बाद पाकिस्तान डर गया है। जिसका नतीजा ये रहा है कि आनन फानन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रक्षा मामलों की उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। मीटिंग में पाक के कैबिनेट मंत्रियों समेत आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा और ISI के डीजी भी शामिल रहे। इसके साथ ही पाकिस्तान ने इशारों-इशारों में भारत पर हमला भी किया। पाकिस्तान की तरफ से कहा गया कि वो स्पेस में हथियारों की होड़ का बिल्कुल हिमायती नहीं है और स्पेस का इस्तेमाल इंसानियत की भलाई के लिए होना चाहिए न कि सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए।
पाकिस्तान के साथ चीन में भी इंडिया की इस कामयाबी से बेचैनी बढ़ गई है। ए-सैट के सफल परीक्षण पर चीन ने कहा कि स्पेस में ऐसा कोई काम नहीं होना चाहिए जिससे वहां सैन्य क्षमता बढ़ाने की होड़ शुरू हो जाए। आपको बता दें कि चीन ने 2007 में एंटी सैटेलाइट मिशन में सफलता हासिल की थी।