राहुल गांधी इस रणनीति से बन गए ‘जीरो’ से ‘हीरो’!
राहुल गांधी की आज से ठीक एक साल पहले 11 दिसंबर को कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर ताजपोशी हुई थी। तब से लेकर अब तक लगातार राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ताजपोशी के एक साल बाद आए पांच राज्यों के चुनावी नतीजे कांग्रेस के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आए हैं। दो राज्यों छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की है। जबकि मध्यप्रदेश में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में आई है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बीेजेपी का सूपड़ा साफ कर दिया है। कांग्रेस ने यहां दो तिहाई बहुमत से जीत दर्ज की है। वहीं राजस्थान मेंं भी जीत के बाद कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है। मध्यप्रदेश मेंं भी पंजे ने कमल को उखाड़ फेंका है और शिवराज को 15 साल के बाद सत्ता से बेदखल कर दिया है। हालांकि मिजोरम कांग्रेस के हाथ से निकल गया। तेलंगाना में राहुल की पार्टी कोई बड़ा उलटफेर नहीं कर पाई है।
आज से ठीक एक साल पहले राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर कमान संभाली थी। राहुल गांधी ने 4 दिसंबर को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। उनके पक्ष में 86 लोगों ने प्रस्ताव दिया था। अध्यक्ष पद के लिए किसी दूसरे उम्मीदवार के नामांकन नहीं दाखिल करने की वजह से पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष एम रामचंद्रन ने 11 दिसंबर को राहुल गांधी के निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा कर दी थी।
89 nomination proposals were received,all were valid.Since there was only one candidate.I hereby declare Rahul Gandhi elected as the president of Indian National Congress: Mullappally Ramachandran,Congress pic.twitter.com/JqKYXlsGOb
— ANI (@ANI) December 11, 2017
जब राहुल गांधी की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी हुई थी। उस वक्त बीजेपी समेत दूसरी पार्टियों ने उनकी ताजपोशी पर सवाल खड़े किए थे। हर कोई यही कह रहा था कि राहुल गांधी की लीडरशिप में कांग्रेस का हाल और बेहाल होगा, लेकिन एक साल बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने सबको गलत साबित कर दिया है। राहुल के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद ही कांग्रेस लगातार बेहतर कर रही है। राहुल गांधी की सधी हुई रणनीति और और आगे बढ़कर जिम्मेदारी लेने के हौसले ने आज कांग्रेस पार्टी को इस मुकाम तक पहुंचा दिया है। हालांकि राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस गुजरात मेंं विधानसभा चुनाव हार गई थी, लेकिन पिछली बार के मुकाबले उसका प्रदर्शन काफी बेहतर रहा था।
गुजरात में राहुल के लीडरशिप में कांग्रेस के प्रदर्शन में जो सुधार हुआ वो लगातार जारी रहा। कर्नाटक में कांग्रेस सबसे पार्टी बनकर उभरी और जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाई। यहां पर जीत के बाद राहुल ने सत्ता पर वार की रणनीति अपनाते हुए बीजेपी सरकार पर हमले तेज कर दिये। किसानों की बदहाली, राफेल डील, नोट बंदी समेत कई मुद्दों को लेकर सत्ता पर जमकर हमला किया। ये राहुल गांधी की रणनीति का ही नतीजा है कि तीन राज्यों पर कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। अब जब देश लोकसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है, ऐसे में तीन राज्यों मेंं कांग्रेस की बड़ी जीत ने ये तो साबित कर दिया है कि आने वाले दिनों में बीजेपी को राहुल गांधी से कड़ी टक्कर मिलने वाली है।