राफेल डील पर जब सवालों का जवाब नहीं दे पाईं रक्षामंत्री तो सदन में करने लगीं नाटक: राहुल गांधी
लोकसभा में शुक्रवार को राफेल डील पर बहस हुई। सदन में कई घटों तक चली बहस और खुद के सवालों का जवाब रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण से मिलने के बाद राहुल गांधी सदन से बाहर निकले। वो रक्षामंत्री के जवाब से असंतुष्ट दिखे।
संसद से बाहर निकलने के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि उनके सवालों को रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण टाल गईं। राहुल ने कहा कि जब उन्होंने रक्षामंत्री से पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रक्षा सौदे में बदलाव किए जाने पर वायुसेना ने आपत्ति जताई थी? तो उन्होंने इस सवाल का जवाब नहीं दिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जिस राफेल सौदे पर पिछले 8 सालों से बातचीत चल रही थी, उसे पीएम मोदी ने महज दो मिनट में बदल दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “सवालों के जवाब देने के बजाय रक्षामंत्री ने नाटक करना शुरू कर दिया-‘अरे मेरा अपमान हुआ। मुझे झूठा बताया।’ मेरा सरल सवाल था कि वायुसेना प्रमुख, रक्षामंत्री, सचिव और वायुसेना के अधिकारियों द्वारा लंबे समय से चल रही लंबी बातचीत के बाद क्या जिन्होंने पूरी बातचीत की, उन्होंने पीएम मोदी द्वारा उनकी बातचीत की उपेक्षा करने पर आपत्ति जताई थी।”
राहुल गांधी ने कहा कि रक्षामंत्री ने अपने भाषण में माना कि पीएम मोदी ने हकीकत में बाइपास सर्जरी करके 36 लड़ाकू विमान फ्रांस की विमान विनिर्माता कंपनी द सॉल्ट से खरीदने के लिए एक नया सौदा किया। पूर्व के सौदे में 136 ऐसे विमानों की खरीद की बातचीत चल रही थी।
इससे पहले रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए राफेल डील में भ्रष्टाचार के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। रक्षामंत्री ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि बोफोर्स सौदा एक घोटाला था, जबकि राफेल सौदा राष्ट्रहित में है, इसलिए नरेंद्र मोदी फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।