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क्या मोदी सरकार से मतभेद के चलते RBI गवर्नर उर्जित पटेल ने इस्तीफा दिया?

RBI गवर्नर उर्जित पटेल ने इस्तीफा दे दिया है। इसके पीछे उन्होंने निजी कारण बताए हैं। इस्तीफे के बाद उर्जित पटेल ने कहा कि रिजर्व बैंक में काम करना सम्मान की बात है।

मोदी सरकार और RBI के टकराव के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर पटेल के अचानक इस्तीफे से हड़कंप मच गया है। उन्होंने इस्तीफे के पीछे व्यक्तिगत वजह बताई है। इस्तीफे के बाद उर्जित पटेल ने कहा कि रिजर्व बैंक में काम करना सम्मान की बात है। पटेल ने कहा ”निजी कारणों से मैंने तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया है। ये मेरे लिए सम्मान की बात है कि भारत के रिजर्व बैंक में अलग-अलग क्षमता में मैंने इन सालों में सेवा दी। आरबीआई के कर्मचारियों, अधिकारियों और प्रबंधन का सहयोग और कड़ी मेहनत बैंक की उपलब्धियों के लिए चालक शक्ति रही है। इस मौके पर मैं आरबीआई केंद्रीय बोर्ड के निदेशकों और सहोगियों के प्रति अपना आभार जताता हूं और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामना देता हूं।”

उर्जित पटेल और सरकार के बीच MSME के लिए कर्ज में नरमी, सेक्शन 7, रिजर्व बैंक का रिजर्व और कमजोर बैंकों पर लोन की पाबंदी जैसे मुद्दों पर मतभेद था। सेक्शन 7 के तहत सरकार रिजर्व बैंक को आम लोगों के हितों को लेकर निर्देश दे सकती है। हालांकि अब तक कभी इस सेक्शन का उपयोग नहीं हुआ था। आपको बता दें कि 55 साल के उर्जित पटेल ने 5 सितंबर 2016 को रिजर्व बैंक के 24वें गवर्नर के तौर पर पद संभाला था। रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में 1992 के बाद यह सबसे छोटा कार्यकाल रहा।

केंद्र सरकार और उर्जित पटेल के बीच पूरे झगड़े की शुरुआत तब हुई जब RBI के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने एक कार्यक्रम में कहा था कि RBI की स्वायत्तता को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद खुद गवर्नर उर्जित पटेल ने भी रिजर्व बैंक की स्वायतत्ता पर हमले को अवांछित करार दिया था।

उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। प्रतिक्रिया देते हुए रहा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश के संस्थानों को बीजेपी के हमलों से बचाना है। हम बीजेपी और उसके भष्टाचार से लड़ने जा रहे हैं। RBI सेंट्रल बोर्ड को सदस्य एस गुरुमूर्ति ने कहा है कि वह उर्जित पटेल के इस्तीफे से हैरान है।

उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर उन्हें भविष्य की शुभकामनाएं दीं। पीएम ने ट्वीट में कहा ”डॉ. उर्जित पटेल पूरी तरह से ईमानदार और पेशवर हैं। वो करीब 6 साल तक भारतीय रिजर्व बैंक में डिप्टी गवर्नर और गवर्नर के रूप में कार्यरत रहे। उन्होंने अपने पीछे महान विरासत छोड़ी। हम उनको बहुत याद करेंगे।”

आपको बता दें कि उर्जित पटेल से पहले पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के भी सरकार से मतभेद रहे थे। इसमें एनपीए भी शामिल है। इससे पहले पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराम का भी तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम से भी विवाद रहा था।

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