राज्यसभा में पेश नहीं हो सका ट्रिपल तलाक बिल, सदन की कार्यवाही बुधवार तक स्थगित
तीन तलाक बिल सोमवार को राज्यसभा में पेश नहीं हो सका। कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों ने बिल को सेलेक्ट कमेटी को भेजने की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया।
जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। इससे पहले बीजेपी और कांग्रेस ने व्हिप जारी कर सांसदों से सदन में मौजूद रहने को कहा था। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही को 2 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। तीन तलाक से जुड़ा यह बिल लोकसभा से पारित हो चुका है। लोकसभा में बिल के पक्ष में 245 वोट पड़े थे।
सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने अपना स्टैंड पहले ही क्लीयर कर दिया है और हम उस पर बने रहेंगे। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी हमारे घरों में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। इससे हमारी जिदंगी और परिवार बर्बाद हो जाएगा। इससे महिलाएं और पुरुषों को लिए आर्थिक रूप से ज्यादा परेशानी होगी। उधर, बीजेडी सांसद पी आचार्य ने कहा कि वो सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ हैं। इस बिल को सदन में पास होना चाहिए। हालांकि उन्होंने ये साफ किया कि बिल से कुछ हिस्से को हटाया जाना चाहिए।
आपको बता दें कि सरकार शीतकालीन सत्र में ही इस बिल को राज्यसभा से भी पारित कराना चाहती है। साल 2017 के सितंबर महीने में सरकार ने तीन तलाक पर अध्यादेश जारी किया था। अध्यादेश की अवधि 6 महीने की होती है। अगर इस दरमियान संसद सत्र आ जाए तो सत्र शुरू होने से 42 दिन के अंदर अध्यादेश को बिल से बदलना होता है। मौजूदा संसद सत्र 8 जनवरी तक चलेगा। अगर इस बार भी बिल राज्यसभा में अटक जाता है तो सरकार को दोबारा अध्यादेश लाना पड़ेगा।