उत्तराखंड: चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम का दिख रहा बड़ा असर
भारत-चीन टेंशन के बीच चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम का असर दिखने लगा है। चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम के बाद राखी पहला त्यौहार आया है।
इस बार बाजारों में चीन से कहीं ज्यादा देशी राखियां नजर आ रही हैं। अल्मोड़ा के बाजार में तो चीन में बनी राखियां बिल्कुल गायब है। यहां दुकानदार सिर्फ देश में बनी राखियां बेच रहे हैं। इस मुहिम में लोग भी सरकार के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। लोगो देश में बनी राखियां ही खरीद रहे हैं। हालांकि इस बार कोरोना की वजह से राखी के कारोबार पर बड़ा असर पड़ा है। बहुत कम ही लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। इस वजह से राखी की बिक्री भी नहीं हो पा रही है।
आपको बता दें कि इस वक्त चीन के साथ भारत का सीमा विवाद चल रहा है। जिसे सुलझाने की कोशिशें जारी हैं। 14-15 जून की रात चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। जिसमें हमारे 20 जवान शहीद हो गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के भी कई सैनिक मारे गए थे। हालांकि चीन अपने फौजियों की मौत को हमेशा से छिपाता रहा है। इस घटना के बाद से चीन के साथ भारत के रिश्ते और खराब हो गए। जिसके बाद भारत सरकार ने 59 चीनी एप्स पर बैन लगा दिया था। सोमवार को फिर भारत सरकार ने 47 चीनी एप्स पर पाबंदी लगा दी है।
अल्मोड़ा से हरीश भंडारी की रिपोर्ट