उत्तराखंड: लॉकडाउन के बीच फंसे लोगों के लिए 31 मार्च को बसें चलाने का फैसला वापस, सीएम ने दी ये जानकारी
देश समेत पूरे उत्तराखंड में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी है। प्रदेश में लॉकडाउन के बीच सरकारी अमला जनता को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने में जुटा हुआ है।
इस बीच राज्य सरकार ने करोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए उस फैसले को वापस ले लिया है, जिसमें 31 मार्च को प्रदेश में सार्वजनिक परिवहन चलाने की बात की गई थी। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “केंद्र के दिशानिर्देशों के बाद उत्तराखंड में 31 मार्च को अंतर जनपदीय परिवहन सेवा खुली रहने का आदेश वापस लिया जाता है। आप लोग जहां हैं, वहीं पर सुरक्षित रहें। आपको हुई असुविधा के लिए क्षमा चाहता हूं।”
इससे पहले 28 मार्च को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर कहा था, “प्रदेश में लॉकडाउन के कारण फंसे लोगों को अपने जिलों में जाने के लिए 31 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक सार्वजनिक और निजी परिवहन सेवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है। बसों और टैक्सियों को सेनेटाइज किया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा।”
एक अन्य ट्वीट में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर कहा, “मैं फिर से विश्वास दिलाता हूं कि राज्य में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई की उचित व्यवस्था है। राज्य में किसी को भी भूखा नहीं रहने देंगे। जरूरी वस्तुओं की दुकानें खुलने का समय (सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे) यथावत रखा गया है।”