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किसने की 23 मई को मोदी दिवस घोषित करने की मांग ?

लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद पूरे देश में लोग मोदी का गुणगान कर रहे हैं। हर कोई उनकी तारीफ करता नहीं थक रहा। अब तो 23 मई के दिन को उनके नाम के दिवस के रूप में घोषत करने की मांग उठने लगी है।

योग गुरु बाबा राम देव ने कहा, ”23 मई हिंदुस्तान की राजनीतिक इतिहास का बहुत गौरवशाली दिन बना है। प्रचंड बहुमत से देश के लोगों ने मोदी की सरकार बनाई है। लोगों ने 50 फीसदी से ज्यादा वोट देकर लोगों ने मोदी जी पर विश्वास जताया है। या भारतीय राजनीतिक की अभूतपूर्व घटना है। इससिए मैं मानता हूं कि 23 मई को मोदी दिवस या लोक कल्याण दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए।”

बाबा रामदेव ने कहा कि गरीब परिवार में पैद हुआ एक शख्स, चाय बेचने वाले के घर में पैदा हुआ एक शख्स जो देश में सभी लोगों को समर्थन पाता है। अपने बूते 300 से ज्यादा सीटें लेकर आता है और एनडीए को 350 सीटें दिलवाकर सरकार बनाता है। यह लोकतंत्र में लोगों के विश्वास की पराकाष्ठा का दिन है। योग गुरु ने कहा कि उनका मोदी प्रेम है इलसिए वो ऐसा नहीं कह रहे, बल्कि मोदी पर भगवान की कृपा है इसलिए उन्होंने करोड़ों लोगों का विश्वास हासिल किया है।

जनसंख्या नियंत्रण पर कही बड़ी बात

जनसंख्या नियंत्रण को लेकर भी बाबा रामदेव ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि सरकरा को ऐसा नियम बनाना चाहिए कि जब किसी शख्स के तीसरा बच्चा हो तो उससने वोट देने का अधिकार छीन लेना चाहिए। रामदेव ने कहा कि अगले 50 साल में देश की जनसंख्य 150 करोड़ से ज्यादा नहीं होनी चाहिए क्योंकि इससे ज्यादा हम संभाल नहीं पाएंगे। रामदेव के मुताबिक ये तभी मुमकिन है जब सरकार ये कानून बनाए कि जिसका तीसरा बच्चा हो उससे वोट देने का अधिकार छीन लिया जाए। इसके अलावा तीन बच्चे वालों के चुनाव लड़ने पर भी प्रतिबंध लगे। इसके साथ ही हर तरह से सरकारी लाभ से बंचित कर दिया जाए।

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