भारत-न्यूजीलैंड तीसरा वनडे: टीम इंडिया ने रचा इतिहास, 10 साल बाद सीरीज पर किया कब्जा
भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सोमवार को माउंट माउंगानुई में खेले गए तीसरे वनडे मैच में न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हरा दिया।
इस जीत के साथ ही भारत ने 5 मैचों की सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त लेते हुए सीरीज में जीत पक्की कर ली है। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ उसके घर में 10 साल बाद कोई द्विपक्षीय सीरीज अपने नाम की है। इससे पहले 2009 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने कीवी टीम को हराया था।
न्यूजीलैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उसे बड़ा स्कोर नहीं करने दिया और 49वें ओवर में ही 243 रनों पर ऑल आउट कर दिया। न्यूजीलैंड के लिए रॉस टेलर ने सबसे ज्यादा 93 रन बनाए और टॉम लाथम ने 51 रनों की पारी खेली। इन दोंनों के बीच तीसरे विकेट के लिए हुई 119 रनों की साझेदारी के बावजूद न्यूजीलैंड की टीम इस सिर्फ 243 रन ही बना सकी।
भारत के लिए मैन ऑफ द मैच मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए। वहीं भुवनेश्वर कुमार, युजवेंद्र चहल और हार्दिक पांड्या को 2-2 मिले। न्यूजीलैंड द्वारा दिए गए लक्ष्य को हासिल करने उतरी भारतीय टीम को 39 के स्कोर पर शिखर धवन (28) के रूप में अपना पहला विकेट गंवाना पड़ा। धवन को ट्रैंट बाउल्ट ने टेलर के हाथों कैच आउट कर पवेलियन भेज दिया।
इसके बाद, रोहित शर्मा और विराट कोहल ने दूसरे विकेट के लिए 113 रनों की शतकीय साझेदारी से टीम की पारी को संभाला और 152 के स्कोर पर पहुंचाया। इसी स्कोर पर मिशेल सैंटनर की गेंद पर रोहित टॉम लाथम के हाथों स्टम्प पर आउट हो गए।
रोहित और विराट के बीच हुई यह साझेदारी वनडे क्रिकेट में दो बल्लेबाजों द्वारा सबसे अधिक बार शतकीय साझेदारी करने वाली सूची में चौथे स्थान पर है। इस सूची में सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की जोड़ी पहले नंबर पर है। दोनों खिलाड़ियों ने वनडे क्रिकेट में 26 बार शतकीय साझेदारी की है।
रोहित ने अपनी पारी में 77 गेंदों का सामना किया और तीन चौके तथा दो छक्के लगाए। उनके आउट होने के बाद कोहली ने अंबाती रायडू (नाबाद 40) के साथ 16 रन ही जोड़े थे कि बाउल्ट ने कोहली को हैनरी निकोल्स के हाथों कैच आउट कर भारत का तीसरा विकेट गिराया।
रायडू ने इसके बाद, इस मैच के लिए चोटिल महेंद्र सिंह धोनी के स्थान पर अंतिम एकादश में शामिल किए गए दिनेश कार्तिक (नाबाद 38) के साथ मिलकर टीम का कोई और विकेट नहीं गिरने दिया और टीम के लिए जरूरी 77 रन हासिल कर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया और सात विकेट से जीत हासिल की।