उत्तराखंड: अल्मोड़ा के इस गांव के युवा ने अवैध शराब के खिलाफ जो अभियान चलाया, उससे प्रदेश के दूसरे लोगों को भी सबक लेना चाहिये
देश के दूसरे हिस्सों के साथ ही उत्तराखंड में भी अवैध शराब की बिक्री सरकार और दूसरे लोगों को लिए एक बड़ी सिरदर्दी है। इसी सिरदर्दी को दूर करने की कोशिश अल्मोड़ा के धौलादेवी विकासखंड के तहत आने वाले ग्राम पंचायत नाकोट के एक युवा ने की है।
उसकी ये कोशिश अब रंग भी लाने लगी है। दरअसल कोरोना काल में मार्च में लॉकडाउन होने पर पंकज गोस्वामी कोलकाता से घर लौट आया। वहां वो कोलकाता में स्वयंसेवी संस्था चलाते हैं। गांव लौटने पर उन्होंने देखा कि यहां अवैध शराब की बिक्री और खरीद धड़ल्ले से हो रही है। कई ग्रामीण शराब का सेवन करके घर में मारपीट और झगड़ा भी करते हैं। जिससे उनके घर और गांव का मालौल अक्सर खराब रहता है। इसका बच्चों पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
पंकज ने ये सब देखने के बाद गांव में अवैध शराब की बिक्री पर रोक लवाने का ठान लिया। इसके लिए उन्होंने गांव के कुछ युवाओं से बात की और उन्हें गांव को नशा मुक्त करने के अभियान से जोड़ा। इसके बाद युवा घर-घर जाकर नशे के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाकर ग्रामीणों और महिलाओं को जोड़ने लगे। अब युवाओं के ये कोशिश रंग लाने लगी है। वहां के लोग अब अवैध शराब बेचने और खरीदने से कतराने लगे हैं।