आगे-आगे मोदी, पीछे-पीछे राफेल, पीएम को इस ‘विमान’ से कोई नहीं बचा सकता: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के तौर पर बहाल करने पर खुशी जताई है। कांग्रेस अध्यक्ष का दावा है कि आलोक वर्मा राफेल सौदे की जांच शुरू करने वाले थे, लेकिन जांच शुरू होने से पहले उन्होंने मोदी सरकार ने हटा दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से राफेल सौदे पर राहुल गांधी अपने सवालों के जवाब मांग रहे हैं। उन्होंने अपने सवाल फिर से दोहराए। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री को राफेल से कोई बचा नहीं सकता। कोई नहीं।”
राहुल गांधी ने कहा, “यह एकदम स्पष्ट है कि पीएम मोदी ने निजी तौर अपने खास दोस्त को 30,000 करोड़ रुपये दिए। मेरा एक आसान सवाल है। जब मोदी ने राफेल सौदे को नजरअंदाज किया, तो क्या भारतीय वायुसेना, रक्षा मंत्रालय ने आपत्ति जताई? मैं ‘हां’ या ‘ना’ में जवाब चाहता हूं। रक्षा मंत्री जवाब देने में समर्थ नहीं हैं और न ही पीएम मोदी।”
Congress President @RahulGandhi addresses the media regarding the #AlokVerma verdict by the Supreme Court. pic.twitter.com/6xjD3kym8T
— Congress (@INCIndia) January 8, 2019
राहुल गांधी ने ये भी कहा कि देश निश्चित तौर पर जानना चाहता कि कैसे पीएम मोदी ने जनता के 30,000 करोड़ रुपये देकर अपने दोस्त की मदद की।
गौरतलब है कि राहुल गांधी लगातार ये आरोप लगाते आ रहे हैं कि पीएम मोदी ने राफेल सौदे में बड़ा घोटाला किया है। उनकी मांग है कि सरकार इस मामले में जेपीसी की गठन करे, ताकि जांच से राफेल सौदे का सच सबसे के सामने आ सके।
बतां दे कि सीबीआई में रिश्वत कांड के बाद सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा को मोदी सरकार द्वारा जबरन छुट्टी पर भेजे जाने का फैसला सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया है। सीबीआई में विवाद उस समय शुरू हुआ था जब सीबीआई के दूसरे नंबर के अधिकारी राकेश अस्थाना पर रिश्वत लेने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी। सीबीआई विवाद सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेज दिया था।