अन्ना हजारे ने लोकपाल के मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ फूंका बिगुल
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने एक बार फिर लोकपाल कानून लागू कराने की मांग को लेकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है।
लोकपाल लागू कराने की मांग को लेकर अन्ना हजारे बुधवार से महाराष्ट्र के रालेगढ़ सिद्धि अपने गांव में अनशन शुरू करेंगे। अनशन शुरू करने से पहले अन्ना ने कहा, “कल यानी बुधवार सुबह 10 बजे से मैं अपने गांव रालेगढ़ सिद्धि में अनशन पर बैठ रहा हूं। मेरा अनशन किसी व्यक्ति, पक्ष, पार्टी के विरोध में नहीं है। समाज और देश की भलाई के लिए मैं बार-बार आंदोलन करता आया हूं। उसी प्रकार का ये आंदोलन भी है।”
अन्ना ने आगे कहा, “लोकपाल कानून को बने हुए 5 साल हो गए और नरेंद्र मोदी सरकार 5 साल बाद भी इसे लागू नहीं करा पाई, बार-बार बहानेबजी करती है। अगर नरेंद्र मोदी सरकार के दिल में इसे लागू कराने का इरादा होता तो क्या पांच साल में ये लागू नहीं होता।”
Social Activist Anna Hazare : Lokpal kanoon bankar 5 saal hogaye aur Narendra Modi sarkar 5 saal baad, baar baar bahanebaazi karti hai. Ye Narendra Modi sarkar ke dil mein agar hota toh kya 5 saal lagna zaruri tha? #Maharashtra https://t.co/l8qd7wbgmm
— ANI (@ANI) January 29, 2019
पिछले साल मार्च के महीने में अन्ना हजारे ने लोकपाल समेत कई मुद्दों पर एक हफ्ते तक दिल्ली के रामलीला मैदन में अनशन किया था। तब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अन्ना का अनशन खत्म कराया था। अनशन खत्म करते हुए अन्ना ने कहा था कि मैं मोदी सरकार को लोकपाल लागू करने के लिए 6 महीने का वक्त देता हूं। उन्होंने कहा था कि अगर 6 महीने के भीतर मोदी सरकार लोकपाल को लेकर कोई फैसला नहीं लेती है तो मैं फिर से अनशन करूंगा। 6 से ज्यादा महीने का वक्त बीत चुका है, लेकिन अब तक केंद्र सरकार लोकपाल को लागू करने को लेकर कोई फासला नहीं ले पाई है।
अन्ना ने यूपीए सरकार के दौरान लोकपाल को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में ही बड़ा आंदोलन किया था। 10 दिन से ज्यादा चले अनशन के दौरान यूपीए सरकार को झुकना पड़ा था। कहते हैं कि ये अन्ना के अनशन का भी असर था कि पूरे देश में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ा। नतीजा ये हुआ कि 2014 के लोगसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह से हार हुई और सरकार चली गई। अन्ना इस बार भी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अनशन शुरू कर रहे हैं।