असम के इस इलाके के लोग मोदी सरकार से पूछ रहे, पीने के लिए पानी नहीं, शौचालय का क्या करें?
मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा स्वच्छता अभियान पर जोर दिया। इस अभियान के तहत देश के अलग-अलग राज्यों में लोगों को घरों में शौचालय बनवाए गए।
स्वच्छाता अभियान के तहत देश के कई घरों में शौचालय तो बन गए। लेकिन देश के ऐसे कई राज्य हैं, जहां पानी की बेहद किल्लत है। कई रिपोर्ट में भी यह बात सामने आ चुकी है कि जिन जगहों पर शौचालय बनवाए गए, वहां पानी का कोई साधन ही नहीं है। कुछ ऐसी ही हालत असम में कई हिस्सों में भी है।
असम के दीमा हसाओ के सेमिकखोर गांव में लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। शौचालय के लिए तो दूर इन्हें पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में लोग सरकार से पूछ रहे हैं कि शौचालय तो आपने बनवा दिया, लेकिन पानी कहां से लाएं?
Assam: Semdikhor village in Dima Hasao is facing water crisis; locals say, "govt provided us toilets but no water. We use the water that drips from mountains & gets collected in pits. We keep searching for one water-filled pit to another. We don't have enough water for bathing". pic.twitter.com/bnXWu2pA6f
— ANI (@ANI) April 14, 2019
लोगों का कहना है कि पानी के लिए कई किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। यहां के लोगों को पानी के लिए पहड़ों का रुख करना पड़ता है, जहां से पानी कई बार मिलता है, कई बार नहीं मिलता है। ऐसे में लोगों का सवाल है कि जब पीने और नहाने के लिए पानी मुहैया नहीं तो वे शौचालय का वो कैसे इस्तेमाल करें।