वीडियोकॉन केस: जिस CBI अफसर ने चंदा कोचर, उनके पति के खिलाफ दर्ज की FIR, उसका कर दिया गया तबादला
दिल्ली में बैंकिंग और सिक्योरिटीज फ्रॉड सेल के सीबीआई एसपी सुधांशु धर मिश्रा का झारखंड में रांची के आर्थिक अपराध शाखा में ट्रांसफर कर दिया गया है।
सुधांशु धर मिश्रा ने 22 जनवरी को आईसीआईसीआई-वीडियोकॉन मामले में आईसीआईसीआई की पूर्व सीईओ चंदा कोचर, उनके दीपक कोचर, वीएन धूत समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
एफआईआर दर्ज करने के बाद 24 जनवरी को सीबीआई ने महाराष्ट्र के 4 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की थी। सीबीआई के यह छापे मुंबई और औरंगाबाद के कुछ ठिकानों पर पड़े थे, जिसमें औरंगाबाद स्थित वीडियोकॉन का ऑफिस भी शामिल था। यह छापेमारी वीडियोकॉन ग्रुप को 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से मिले 3,250 करोड़ रुपये के लोन मामले में की गई थी। मामले सामने आने और इस पर विवाद बढ़ने के बाद 4 अक्टूबर 2018 को चंदा कोचर ने आईसीआईसीआई बैंक के सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया था।
Biswajit Das, SP, CBI Economic Offences Branch in Kolkata has been transferred & posted as SP of Banking&Securities Fraud Cell of CBI, Delhi. Sudip Roy, SP, CBI, Economic Offences Branch-IV, Kolkata has been transferred & posted as SP, CBI Economic Offences Branch in Kolkata. https://t.co/eq1v3eBgPl
— ANI (@ANI) January 27, 2019
ये है पूरा मामला:
पूरा मामला तब विवादों में आया जब आईसीआईसीआई बैंक और वीडियोकॉन के शेयर होल्डर अरविंद गुप्ता ने वीडियोकॉन के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत और आईसीआईसीआई की सीईओ और एमडी चंदा कोचर पर एक-दूसरे को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था। उन्होंने इन दोनों के खिलाफ पीएम, आरबीआई और सेबी को एक खत लिखकर पूरे मामले की जानकारी दी थी। उन्होंने दावा किया था कि वेणुगोपाल धूत की कंपनी वीडियोकॉन को आईसीआईसीआई बैंक से 3250 करोड़ रुपये का लोन दिया गया और इसके बदले वेणुगोपाल धूत ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की वैकल्पिक ऊर्जा कंपनी ‘नूपावर’ में अपना पैसा निवेश किया था। साथ ही यह भी आरोप लगा कि चंदा कोचर के पति दीपक कोचर समेत उनके परिवार के सदस्यों को कर्ज पाने वालों की तरफ से वित्तीय फायदे पहुंचाए गए। इस मामले का खुलासा होने के बाद चंदा कोचर को बैंक से इस्तीफा देना पड़ा था। जिसके बाद अब जांच एजेंसी ने एफआईआर दर्ज कर तफ्तीश शुरू की है।