पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से वापस लिया जाएगा भारत रत्न!
दिल्ली विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने का प्रस्ताव पेश किया गया है। इस प्रस्ताव को केंद्र के पास भेजा जाएगा।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लिया जाएगा। दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने का प्रस्ताव पेश किया गया है। ‘आप’ के एक विधायक की ओर सिख दंगों के लिए राजीव गांधी को दोषी मानते हुए उनसे अवॉर्ड वापस लेना का प्रस्ताव पेश किया गया। दिल्ली की सरकार अब इस प्रस्ताव को केंद्र के पास भेजेगी। हालांकि जानकारों का मानना है कि दिल्ली सरकार के इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेगी।
Jarnail Singh,AAP MLA: Delhi Assembly today declared 1984 anti-Sikh riots as worst genocide in the history of India’s national capital. In a resolution that has been passed today we have demanded from the Centre that Bharat Ratna should be withdrawn from Former PM Rajiv Gandhi. pic.twitter.com/g9uskxBe36
— ANI (@ANI) December 21, 2018
दिल्ली विधानसभा में पेश किए गए इस प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी पर जमकर हमला बोला है। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि राजीव गांधी ने देश के लिए कुर्बानी दी है। माकन ने कहा कि प्रस्ताव से आम आदमी पार्टी का असली रंग खुलकर सामने आ गया है।
.@ArvindKejriwal declared he would campaign for BJP if some demands of his is met. Nothing better can be expected from such opportunist politicians https://t.co/w1TFDuybBN
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) December 21, 2018
इस प्रस्ताव पर ‘आप’ के विधायक सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव पास नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यह व्यक्तिगत तौर पर पेश किया गया प्रस्ताव था, जिस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।
Lines about Late Rajiv Gandhi were not part of resolution placed before house and distributed to the members.
One MLA in his handwriting proposed an addition/amendment about Late Rajiv Gandhi.
Amendments cannot be passed in this manner.— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) December 21, 2018
आपको बता दें कि 1984 में हुए सिख विरोधी दंगा केस में कांग्रेस के पूर्व नेता सज्जन कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। उन्हें 31 दिसंबर तक सरेंडर करना होगा। उन्होेंने शुक्रवार को अदालत से सरेंडर करने के लिए एक महीने का वक्त मांगा, लेकिन अदालत ने उनकी इस दरख्वास्त को नामंजूर कर दिया।