प्रयागराज: मौनी अमावस्या पर करीब 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई डुबकी, जानिए क्यों खास है ये अमावस्या
प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में सोमवार को मौनी अमावस्या के मौके पर लाखों श्रद्धालु पहुंचे। इस मौके पर दुनिया भर से आए लाखों श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, करीब 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर संगम में डुबकी लगाई।मेला प्रशासन के अनुसार, सुबह सबसे पहले करीब 6.15 बजे पंचायती अखाड़ा महानिवार्णी ने संगम में डुबकी लगाई। इसके बाद बैरागियों ने डुबकी लगाई। श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा, श्री पंच दशनाम अखाड़ा, अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाण अखाड़ा, श्री पंचायत दिगंबर अनि अखाड़ा, श्री पंच निमोर्ही अनि अखाड़ा और इसके बाद श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन और अन्य ने डुबकी लगाई। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी सोमवार तड़के संगम में डुबकी लगाई।
रविवार से ही कुंभ मेले में लाखों श्रद्धालु आने लगे थे और पुरुष, महिलाए, बूढ़े, युवा, संत, धार्मिक नेता, आध्यात्मिक गुरु और उनके अनुयाइयों ने इस साल कुंभ के तीसरे शाही स्नान में हिस्सा लिया। प्रयागराज प्रशासन के मुताबिक, मौनी अमावस्या के मौके पर कुंभ परिसर और इसके आस-पास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
मौनी अमावस्या का महत्व:
हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या का खास महत्व है। अगर ये अमावस्या सोमवार के दिन हो तो इसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है। मौनी अमावस्या सोमवार के दिन हो और इसके साथ ही कुंभ मेला भी लगा हो तो फिर इसका महत्व अनन्त गुना हो जाता है। इस बार ऐसा ही हो हुआ। मौनी अमावस्या इस बार सोमवार यानि 4 फरवरी को पड़ा। इस बार प्रयागराज में कुंभ भी चल रहा है ऐसे में मौनी अमावस्या का महत्व इस बार बेहद खास है। मौनी अमावस्या पर दान का बहुत खास महत्व होता है, लिहाजा इस दिन पवित्र नदियों या संगम में स्नान के बाद अपनी इच्छा के मुताबिक, अन्न, वस्त्र, धन, गौ, भूमि और सोना दान में दिया जाता है।