राहुल गांधी का ‘न्याय’ Vs पीएम मोदी का ‘किसान सम्मान’
कांग्रेस ने न्यूयनत गारंटी योजना के तहत 12 हजार रुपये से कम कमाने वाले परिवार की आमदनी न्यूनतम 12 हजार रुपये करने का वादा किया है।
2019 लोकसभा चुनाव का रण जीतने के लिए राजनीतिक पार्टियों ने वादों की झणी लगानी शुरू कर दी है। पहले बीजेपी ने किसानों को सालाना छह हजार रुपये देने का वादा किया। अब कांग्रेस ने न्यूयनत गारंटी योजना के तहत 12 हजार रुपये से कम कमाने वाले परिवार की आमदनी न्यूनतम 12 हजार रुपये करने का वादा किया है। पार्टी ने इस योजना का नाम ‘न्याय’ रखा है। इस योजना पर महीने में कुल 3.60 लाख करोड़ खर्च होंगे। कांग्रेस का दावा है कि इस योजना से 25 करोड़ लोगों को फायदा होगा।
कांग्रेस की नयी पहल
बेहतर भारत! बेहतर कल!न्यूनतम आय योजना (न्याय) देगी देश के 5 करोड़ सब से गरीब परिवारों को सालाना 72,000 रुपए।
सबको न्याय, सबको सम्मान
नहीं बनने देंगे दो हिन्दुस्तान! #NYAYforIndia pic.twitter.com/fvHtZAFwgk— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 25, 2019
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर से किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की थी। योजना की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था, ”उनकी सरकार किसानों के सम्मान में एक साल में 75 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी।” योजना की शुरुआत करते हुए पीएम ने कांग्रेस पार्टी पर भी हमला बोला था। पीएम मोदी ने कहा था, ”चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी कर्जमाफी के नाम पर किसानों के बीच खैरात बांटने का वायदा करती।” जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार की इस योजना पर बेकार बताते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत सरकार हर किसान को रोजाना सिर्फ 3.50 रुपये दे रही है।
अगर नरेन्द्र मोदी जी हिंदुस्तान के सबसे अमीर लोगों को पैसा दे सकते हैं तो कांग्रेस पार्टी देश के सबसे गरीब लोगों को पैसा दे सकती है : कांग्रेस अध्यक्ष @RahulGandhi #RahulForBehtarBharat pic.twitter.com/Bwjnu2Eu5F
— Congress (@INCIndia) March 25, 2019
योजना का ऐलान करते हुुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी सरकार अमीरों का कर्जा माफ करती है। कांग्रेस पार्टी गरीबों के लिए काम करती हैं। आइए आपको बताते हैं कि कांग्रेस की न्याय योजना और सरकार की किसान सम्मान निधि योजना में क्या फर्क है।