उत्तर भारतियों के लिए राज ठाकरे के बदले सुर की वजह क्या है?
एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे ने हिंदी भाषा की तारीफ की है। राज ठाकरे ने कहा ”सच कड़वा होता है, लेकिन सही होता है। हिंदी अच्छी भाषा है, लेकिन राष्ट्रभाषा नहीं है।
उत्तर भारतीयों के विरोध की राजनीति करने वाले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राठकरे के सुर बदल गए हैं। कभी मुंबई में यूपी और बिहार के लोगों के काम करने विरोध करने वाले एमएनएस अध्यक्ष अब सबके सम्मान की बात कर रहे हैं। शनिवार को राज ठाकरे मुंबई में उत्तर भारतीय महापंचायत में पहुंचे। यहां उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत मेरी भाईयों और बहनों से की। इसके बाद उन्होंने हिंदी भाषा को अच्छा बताया। राज ठाकरे ने कहा ”सच कड़वा होता है, लेकिन सही होता है। हिंदी अच्छी भाषा है, लेकिन राष्ट्रभाषा नहीं है। क्योंकि राष्ट्रभाषा का निर्माण कभी हुआ ही नहीं। जैसे हिंदी भाषा है, वैसे तमिल, मराठी, गुजराती भाषा है।”
Raj Thackeray in Mumbai: Hindi is undoubtedly a beautiful language but it's wrong that it's the national language. Never ever was a decision made upon national language. Like there's Hindi language, there's Marathi, Tamil, Gujarati, all of these are the languages of this nation. pic.twitter.com/mR3JNcBLRN
— ANI (@ANI) December 2, 2018
पंचायत में लोगोें को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि हमें देश के संविधान को समझना चाहिए। जब भी आप दूसरे प्रदेश में जाते हैं तो सबसे पहले पुलिस थाने में जाकर नौकरी के लिए सर्टिफिकेट लेना होता है। उन्होंने कहा कि अगर महाराष्ट्र में ज्यादा नौकरियां हैं तो उस पर पहला हक मराठियों का है उसके बाद किसी और प्रदेश के लोगों का है। वैसे ही जब यूपी और बिहार में नौकरियां हैं तो पहला हक वहां के लोगों का है।
Raj Thackeray in Mumbai: If there are job opportunities in Maharashtra, is it wrong that youth of Maharashtra be given first priority? If an industry is set up in UP tomorrow, then youth there should be given first preference, the same should happen in Bihar, what is wrong in it? pic.twitter.com/tkyXtE6iSs
— ANI (@ANI) December 2, 2018
मुंबई मेंं मराठी भाषा बोलने पर जोर देने ठाकने ने सफाई देते हुए कहा कि आप जहां जाते हैं तो आपको वहां की भाषा सीखनी चाहिए। आप विदेश जाते हैं तो आप हिंदी में बात नहीं करते। ठाकरे ने कहा ”असम में बिहार एक शख्स की हत्या की गई। वहां आंदोलन हुआ। गुजरात से यूपी और बिहार के लोगों को भगाया गया, लेकिन मीडिया को यह नहीं दिखाई दिया।