‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ से भी ऊंची बनेगी श्रीराम की मूर्ति, ये होगी खासियत
यूपी सरकार ने ट्वीट कर कहा है कि राम जन्मभूमि अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। इसकी ऊंचाई 221 मीटर होगी।
राम भक्तों के लिए एक अच्छी खबर है। ये भले ही अभी ना तय हो पाया हो कि राम मंदिर का रास्ता कैसे निकलेगा और मंदिर कब बनकर तैयार होगा। लेकिन अयोध्या में जल्द ही श्रीराम की एक भव्य मूर्ति बनने वाली है। ये मूर्ति हाल में बनी सरदार पटेल की मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ से भी ऊंची होगी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मूर्ति बनाने को हरी झंडी दे दी है। सीएम योगी ने इस पर प्रेजेंटेशन लिया और इसके बाद इस प्रोजेक्ट को फाइनल कर दिया है। प्रोजेंटेशन के दौरान मूर्तिं का आकार, डिजाइन और उसकी ऊंचाई तय कर दी गई है। यूपी सरकार ने अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर इसका ऐलान भी किया है। ट्वीट में कहा गया है कि राम जन्मभूमि अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की विशालकाय प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
राम जन्मभूमि अयोध्या में मर्यादा पुरुष भगवान् श्रीराम की विशालकाय प्रतिमा स्थापित की जाएगी। जिसकी उँचाई लगभग 221 मीटर होगी।#UPCM #YogiAdityanath pic.twitter.com/qnNM4JDHxL
— Government of UP (@UPGovt) November 24, 2018
राम की प्रतिमा की ऊंचाई 221 मीटर होगी। दरअसल वास्तव में मूर्ति की ऊंचाई 151 मीटर होगी। इसका आधार 50 मीटर का होगा और इसके ऊपर 20 मीटर ऊंचा छत्र होगा। यानी इस प्रतिमा की कुल ऊंचाई 221 मीटर होगी। मूर्ति के बेस के अंदर एक भव्य हॉल भी बनाया जाएगा। इस हॉल में एक म्यूजियम स्थापित किया जाएगा। म्यूजियम में भगवान विष्णु के सभी अवतारों की जानकारी और अयोध्या और राम जन्मभूमि का इतिहास को संग्रहित किया जाएगा। ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की ऊंचाई 182 मीटर है।
गौरलतब है कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में अब कुछ महीने ही बचे हैं। ऐसे में की राजनीतिक पार्टियों के साथ ही साधु संत सरकार पर अयोध्या में जल्द ही राम मंदिर बनाने का दबाव बना रहे हैं। ये पूरा मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। जिसकी अगली सुनवाई अगले साल जनवरी में होनी है। इसी साल चुनाव भी होना है ऐसे में ये राजनीतिक पार्टियां और साधु संत चाहते हैं कि सरकार संसद में कानून बनाकर राम मंदिर का रास्ता निकाले।