उत्तराखंड ने कोरोना काल में रच दिया इतिहास! ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बना
कोरोना महामारी ने शिक्षण संस्थानों को बैफुट पर ढकेल दिया है। स्कूल, कॉलेज बंद हैं, कब खुलेंगे इसका भी कोई अंदाजा नहीं है।
कोरोना महामारी में छात्र घर पर बैठे हैं। ऐसे में उत्तराखंड की सरकार इस कोशिश में जुटी हुई है कि कैसे इन छात्रों को उनके मोबाइल पर ऐसी सुविधा मुहैया कराई जा सके ताकि उनकी शिक्षा पर कम असर न पड़े। सरकार को इस ओर कामयाबी भी मिल रही है। सरकार 2 अक्तूबर से राज्य के सभी विश्वविद्यालयों, महाविद्यलयों में फ्री वाई-फाई सेवा शुरू करने जा रही है।
सरकार ने राज्य के संस्थानों में ई-लाईब्रेरी शुरू कर दिया गया है। अब छात्र अपने मोबाइल पर ही 20 लाख किताबें पढ़ सकते हैं। यह सुविधा शुरू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है। ये जानकारी प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने काशीपुर में दी। वो काशीपुर के राधे हरी डिग्री कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षण संस्थानों को बेहतर बनाने में धन की कमी नहीं होने देगी।
काशीपुर के राधे हरि डिग्री कॉलेज पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह ने कहा कि राज्य के डिग्री कॉलेजों में 92 फीसदी फैकल्टी दी जा चुकी है। खाली पड़े 8 फीसदी पदों पर 2 महीने के भीतर इंटरव्यू कराकर भर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगर कोई प्रोफसर रिटायर होता है तो कॉलेज के प्राचार्य को अधिकार होगा कि वो 25 हजार रुपये महीने की सैलरी पर प्रोफेसर को रख सकते हैं। प्रत्येक कॉलेज में 100 प्रतिशत बैक लॉग पूरा कर लिया गया है।
धन सिंह रावत ने ये भी बताया कि राज्य सरकार आगे छात्रों को किस तरह की योजना लाने जा रही है। उन्होंने बताया कि सरकार छात्रों को IAS और NDA की नि:शुल्क कोचिंग कराएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक शर्त है। शर्त के मुताबिक, बच्चों की 180 दिन उपस्थिति होनी चाहिए। उपस्थिति नहीं होने पर छात्र को अगली कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा।