पता चल गया हरियाणा में ‘किंग मेकर’ दुष्यंत चौटाला किसे ‘किंग’ बनाने जा रहे हैं, बदले में उन्हें क्या मिलेगा?
हरियाणा में सरकार बनाने की कवायद तेजी से चल रही है। प्रदेश में सबसे बड़े दल के रूप में सामने आई बीजेपी उसमें बाजी मारती नजर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ज्यादातर निर्दलीय विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं और उसी के साथ जाएंगे।
इस बीच खबर ये है कि जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने भी बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है। खबरों के मुताबिक जेजेपी को दो कैबिनेट और राज्यमंत्री का पद देने पर बीजेपी तैयार हो गई है। इसी फॉर्मूले पर दोनों आगे बढ़ेंगे। दुष्यंत चौटाला देर रात उनकी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ मुलाकात हो सकती है। अमित शाह आज रात दिल्ली लौटेंगे इसके बाद दोनों नेताओं की मीटिंग हो सकती है। इससे पहले कांग्रेस ने भी दुष्यंत चौटाला को साधने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस की ये कोशिश कामयाब होती नजर नहीं आ रही है। कांग्रेस नेता भुपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि वो दुष्यंत चौटाला की पार्टी को पूरा सम्मान देने के लिए तैयार हैं। अब ये उनके ऊपर है कि वो हमारे साथ आना चाहते हैं या नहीं।
इससे पहले दुष्यंच चौटाला ने कहा था कि जो पार्टी उनकी पार्टी को सम्मान देगी वो उसी के साथ जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के मेनिफेस्टो पर जो पार्टी काम करेगी वो उसे समर्थन देंगे। आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल है। दुष्यंत चौटाल की जननायक जनता पार्टी ने 10 सीटें जीती हैं। जबकि बीजेपी ने 40 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस के खाते में 31 सीटें आई हैं।
क्या है सरकार बनाने का गणित?
हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 46 विधायकों की जरूरत है। बीजेपी के 40 विधायक हैं। ऐसे में उसे सरकार बनाने के लिए 6 और विधायक चाहिए। खबर है कि 9 विधायकों ने बीजेपी को समर्थन देने की बात कही है। जिसमें गोपाल कांडा भी शामिल है। ऐसे में इन विधायकों के बलबूते ही बीजेपी एक बार फिर हरियाणा में सरकार बना लेगी। अब अगर जेजेपी भी बीजेपी के साथ आ जाएगी तो ये आंकड़ा 59 हो जाएगा जो बहुमत से बहुत ज्यादा है।