चमोली त्रासदी: लोहारीनाग पाला के बाद NTPC को लगा दूसरा झटका! जानिए आखिर हुआ क्या
एनटीपीसी लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि उसकी 520 मेगावॉट की तपोवन-विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना से 7 फरवरी को होने वाले नुकसान का आकलन करना अभी बाकी है।
एनटीपीसी लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि उसकी 520 मेगावॉट की तपोवन-विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना से 7 फरवरी को होने वाले नुकसान का आकलन करना अभी बाकी है।
चमोली त्रासदी के बाद कई घरों के चिराग बुझ गए। अभी भी कई लोग लापता हैं। लापता लोगों के परिजन अपनों की राह देख रहे हैं।
चमोली आपदा के बाद ये सवाल एक फिर प्रमुखता से पूछा जा रहा है कि आखिर इस तरह के डिजास्टर को हम कैसे रोक सकते हैं। तो इसका जवाब है…
चमोली में आई प्राकृतिक आपदा के बाद प्रदेश के कई बांधों का पानी रोकने का निर्देश दिया गया था। इसकी वजह थी कि झील का पानी देवप्रयाग में अलकनंदा नदी…
उत्तराखंड के चमोली में आई प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की सख्या 35 हो गई है। जबकि अब भी 174 लापता लोगों का कुछ पता नहीं चल पाया है।
रविवार को चमोली जिले के रैनी गांव में ग्लेशियर टूटने के बाद पानी का तेज बहाव नीचे की ओर आया है। जिससे तबाही मच गई।